जब सभी लोग महाशिवरात्रि का पर्व मनाने के लिए मंदिरों की तरफ रुख किए हुए थे . इसी बीच एक दुखदाई खबर जालंधर के भगत सिंह कॉलोनी के पास से सामने आई, जिसमें भगत सिंह कॉलोनी के पास झुग्गियों में अवैध रूप से गैस सिलेंडरों से गैस निकालने के कारण हुए ब्लास्ट से पूरी बस्ती की कई झोपड़िया जलकर राख हो गई हालांकि लोगों ने वहां से भारी मात्रा में गैस सिलेंडर बाहर निकाले ,जालंधर के डिजिटल मीडिया ने इनकी तस्वीर अपने अपने चैनलों पर लाइव और रिकॉर्डेड दोनों तरह से खूब दिखाई |
लेकिन फिर भी एक प्रश्न सामने आकर खड़ा हो गया। कि इतना बड़ा गोरखधंधा पुलिस के नाके से चंद कदमों की दूरी पर चल रहा था, क्योंकि यह आज का ही कार्य नहीं पिछले कई महीनों से या वर्षों से यहां पर इसी तरह जारी है जैसा कि लोगों ने बताया है अब सवाल यह उठता है क्या प्रशासन इस गोरखधंधे से अनजान था या फिर सब कुछ जानते बूझते हुए भी आंखें मूंदे बैठा था, क्योंकि हादसे वाले स्थान से लगभग 100 मीटर की दूरी पर पुलिस का भारी भरकम नाका रोजाना लगता है बात अब यह उठती है कि रोजाना नाका लगाने वाली पुलिस क्या मात्र लोगों के चालान काट अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभा रही है या फिर इसमें कहीं ना कहीं कोताही बरती गयी है, एक तरफ जहां आसपास के सभी लोग इस बात को खुलेआम मीडिया में कहते नजर आए कि यहां पर सिलेंडरों से गैस चोरी करने का अवैध धंधा काफी देर से चल रहा था वही प्रशासन और राजनीतिक लोग भी इस बात का खंडन करते नजर आए या फिर इस विषय को जांच के बाद सामने लाने की बात कहीं इन सब के बीच अब प्रशासन को यह अपनी नैतिक जिम्मेवारी मानते हुए पूरी इमानदारी से इस पूरे मामले की जांच कर सच्चाई को जनता के बीच उजागर करना चाहिए ताकि आगे भी कहीं कोई ऐसी घटना घटित ना हो, जिससे कि लोगों की जिंदगी दांव पर लगी रहे।